बिहार: 9 मार्च को 51,389 शिक्षकों को मिलेंगे नियुक्ति पत्र, गांधी मैदान में होगा मुख्य समारोह
पटना, राज्य ब्यूरो | 05 मार्च 2025
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा तीसरे चरण (TRE-3) में चयनित और अनुशंसित 51,389 शिक्षकों को 9 मार्च को औपबंधिक नियुक्ति पत्र वितरित किए जाएंगे। इस दौरान पटना के गांधी मैदान में मुख्य समारोह आयोजित होगा, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुबह 11 बजे आठ जिलों के 10,739 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। इन जिलों में पटना, नालंदा, भोजपुर, जहानाबाद, अरवल, सारण, वैशाली और मुजफ्फरपुर शामिल हैं। शेष 30 जिलों के शिक्षकों को उनके संबंधित जिला मुख्यालयों में नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। शिक्षा विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को इस समारोह की तैयारी के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
गांधी मैदान समारोह और जिला स्तर पर वितरण
शिक्षा विभाग की प्राथमिक शिक्षा निदेशक साहिला ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर निर्देश दिए हैं कि गांधी मैदान में होने वाले समारोह में शामिल होने वाले आठ जिलों के चयनित शिक्षकों को लाने-ले जाने की व्यवस्था संबंधित जिलाधिकारियों को करनी होगी। इस समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिक्षकों को संबोधित करेंगे और 100 शिक्षकों को व्यक्तिगत रूप से नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। अन्य 30 जिलों में भी सुबह 11 बजे नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिसमें जिले के प्रभारी मंत्री को आमंत्रित किया जाएगा। जिला स्तर पर आयोजित इन समारोहों में उपस्थित शिक्षक और अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गांधी मैदान के मुख्य कार्यक्रम से जुड़े रहेंगे।
शिक्षकों के लिए विशेष व्यवस्था
विभाग ने निर्देश दिया है कि चूंकि बड़ी संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी दूर-दूर से पहुंचेंगे, इसलिए सभी आयोजन स्थलों पर एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए। साथ ही, शिक्षकों के बैठने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है ताकि किसी भी तरह की असुविधा न हो।
विद्यालय आवंटन होली के बाद
बीपीएससी से तीसरे चरण में चयनित शिक्षकों को विद्यालय आवंटन होली के बाद ही होगा। औपबंधिक नियुक्ति पत्र वितरण के बाद शिक्षा विभाग विद्यालय आवंटन की कार्रवाई शुरू करेगा। इसके अलावा, जिन चयनित शिक्षकों की काउंसिलिंग अधूरी रह गई है, उन्हें विभाग ने एक और मौका दिया है ताकि उनकी नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो सके।
डीएलएड अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग 11 मार्च को
पटना | 05 मार्च 2025
बिहार लोक सेवा आयोग की विद्यालय अध्यापक परीक्षा (TRE-1) के तहत कक्षा 1 से 5 के लिए चयनित शिक्षकों की नियुक्ति के लिए औपबंधिक रूप से सफल अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन 11 मार्च को किया जाएगा। यह काउंसिलिंग पटना के विकास भवन स्थित मदन मोहन झा स्मृति सभागार में होगी। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में आधिकारिक सूचना जारी कर दी है। यह काउंसिलिंग विशेष रूप से दूरस्थ शिक्षण संस्थानों से 18 माह का डीएलएड डिप्लोमा करने वाले अभ्यर्थियों के लिए है, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मद्देनजर पात्रता दी गई है।
काउंसिलिंग के लिए आवश्यक दस्तावेज
अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग में बीपीएससी का एडमिट कार्ड, 18 माह का डीएलएड प्रशिक्षण प्रमाणपत्र, और यदि वे पहले से सेवा में हैं तो संबंधित विद्यालय प्रधान का प्रमाणपत्र लाना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने प्राथमिक शिक्षा में 18 माह के डीएलएड को मान्य किया है, और यह प्रक्रिया 10 अगस्त 2017 के आधार पर की जा रही है।
मैट्रिक परीक्षा 2025 की आंसर-की जारी, 10 मार्च तक दर्ज कराएं आपत्ति
पटना | 05 मार्च 2025
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 में पूछे गए वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की आंसर-की जारी कर दी है। छात्र और अभिभावक 10 मार्च शाम 5 बजे तक इस पर आपत्ति दर्ज कर सकते हैं। आंसर-की बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट https://biharboardonline.com पर उपलब्ध है, जहां आपत्ति ऑनलाइन दर्ज की जा सकती है। निर्धारित तिथि के बाद किसी भी माध्यम से दर्ज की गई आपत्ति पर विचार नहीं किया जाएगा।
मूल्यांकन की प्रक्रिया
मैट्रिक परीक्षा के सभी सैद्धांतिक विषयों में निर्धारित अंकों के 50 प्रतिशत वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे गए थे। उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन 10 मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा, जिसके बाद परिणाम की तैयारी शुरू होगी।
बिहार में मार्च से ही तपाने लगेगी लू, अप्रैल में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी की आशंका
पटना, मुख्य संवाददाता | 05 मार्च 2025
बिहार में मार्च के मध्य से ही तापमान में क्रमिक बढ़ोतरी का ट्रेंड शुरू होगा, और महीने के अंत तक भीषण गर्मी की स्थिति बनने की संभावना है। राज्य के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से के चार जिलों—बक्सर, रोहतास, औरंगाबाद और कैमूर—में तापमान में असामान्य वृद्धि का अनुमान है। इन जिलों में मार्च से जून तक अधिकतम तापमान 36 से 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, और मार्च के अंत तक कुछ इलाकों में हीट वेव जैसे हालात बन सकते हैं।
तापमान और मौसम का पूर्वानुमान
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक आशीष कुमार ने बताया कि अगले एक हफ्ते तक तापमान नियंत्रित रहेगा, लेकिन होली के बाद तापमान में 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी होगी। मार्च के अंत तक दक्षिण-पश्चिमी जिलों में हीट वेव की स्थिति बन सकती है। पटना सहित अन्य जिलों में तापमान 34 से 36 डिग्री तक पहुंच सकता है। अगले दो दिनों तक 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जिसके लिए नाविकों को सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है।
जलवायु विशेषज्ञों की चेतावनी
जलवायु विशेषज्ञ और सीयूएसबी के संकायाध्यक्ष डॉ. प्रधान पार्थ सारथी ने बताया कि शीतकालीन और प्री-मानसून अवधि में बारिश की कमी के कारण तापमान में असामान्य वृद्धि हो रही है। अगर अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री ऊपर चला जाता है, तो प्रचंड हीट वेव की स्थिति बन सकती है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। पूर्वी बिहार के एक-दो स्थानों पर आंशिक बारिश की संभावना है, लेकिन अगले तीन दिनों (8 और 9 मार्च तक) मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। न्यूनतम तापमान 12 से 14 डिग्री और अधिकतम तापमान 26 से 30 डिग्री के बीच रहेगा।
पिछले रुझान और चिंता
पिछले कुछ वर्षों से फरवरी से ही तापमान में असामान्य वृद्धि देखी जा रही है। पहले गया में सर्वाधिक गर्मी पड़ती थी, लेकिन 2019 के बाद बक्सर, औरंगाबाद, कैमूर और बांका में तापमान उच्चतम स्तर पर पहुंचा है। अप्रैल में इस साल रिकॉर्ड तोड़ गर्मी की आशंका जताई जा रही है, जिसके लिए लोगों को पहले से तैयारी करने की सलाह दी जा रही है।
बिहार में 21 लाख बच्चों का आधार कार्ड नहीं, अपार कार्ड बनने में अड़चन
पटना, कार्यालय संवाददाता।
शिक्षा मंत्रालय द्वारा बच्चों के लिए अपार (APAAR) कार्ड अनिवार्य किए जाने के बाद बिहार में लाखों बच्चों को समस्या का सामना करना पड़ सकता है। राज्य में 21 लाख से अधिक बच्चे ऐसे हैं, जिनके पास आधार कार्ड नहीं है, जिसके कारण उनका अपार कार्ड भी नहीं बन सकेगा।
शत-प्रतिशत अपार कार्ड लक्ष्य में बाधा
बिहार में कुल 1 करोड़ 91 लाख बच्चों का अपार कार्ड बनना है, लेकिन बिना आधार कार्ड वाले बच्चे इस योजना से वंचित रह जाएंगे। ऐसे में शिक्षा विभाग के लिए सभी छात्रों के अपार कार्ड बनाने का लक्ष्य पूरा करना एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।
शिक्षा क्षेत्र में अनिवार्य हो रहा है अपार कार्ड
शिक्षा से जुड़े हर क्षेत्र में अब अपार संख्या की मांग की जा रही है। स्कूलों में फॉर्म भरने से लेकर अन्य शैक्षणिक दस्तावेजों के लिए अपार कार्ड आवश्यक हो गया है। ऐसे में बिना आधार कार्ड वाले बच्चों को भविष्य में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
इन जिलों में सबसे ज्यादा बच्चे आधार कार्ड से वंचित
ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर दर्ज आंकड़ों के अनुसार, बिहार के कई जिलों में बड़ी संख्या में बच्चे आधार कार्ड के बिना हैं—
- भोजपुर – 22% बच्चे
- अरवल व सहरसा – 19% बच्चे
- गया – 18% बच्चे
- नवादा व जमुई – 17% बच्चे
- औरंगाबाद – 16% बच्चे
- किशनगंज – सबसे कम 21 हजार बच्चे बिना आधार कार्ड
डिजी लॉकर खोलने में भी बाधा
आधार कार्ड न होने की वजह से डिजी लॉकर भी नहीं खुलेगा, जबकि डिजी लॉकर को आधार से लिंक करना अनिवार्य है। ऐसे में बच्चों के शैक्षणिक दस्तावेज डिजी लॉकर में अपलोड नहीं हो पाएंगे।
शिक्षा विभाग को जल्द ही इन समस्याओं का समाधान निकालना होगा, ताकि सभी बच्चों को अपार कार्ड का लाभ मिल सके।