बिहार: दो माह में 1.90 लाख शिक्षकों के तबादले की प्रक्रिया पूरी होगी
पटना, ब्यूरो | 04 मार्च 2025
सूबे के 1.90 लाख शिक्षकों के तबादले की प्रक्रिया दो माह में पूरी कर ली जाएगी। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने मंगलवार को विधानसभा में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि दो महीने में हम शिक्षकों के आवेदनों की स्क्रूटिनी करने के बाद उनके तबादले की प्रक्रिया पूरा कर लेंगे। इस समय हमने कैंसर पीड़ित शिक्षकों का तबादला किया है। यह प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। आगे पति-पत्नी की एक ही स्थान पर एक साथ पदस्थापित करेंगे। मंत्री ने कहा कि शिक्षकों को उनकी इच्छानुसार पदस्थापित किया जाएगा। तबादले के लिए उनसे दस विकल्प मांगे गए हैं। शिक्षकों ने मनचाही पोस्टिंग के लिए जो आवेदन दिया है, उसकी स्क्रूटिनी की जा रही है। शिक्षकों के मनचाहे स्थान पर रिक्ति नहीं होने की स्थिति में उनके दूसरे विकल्प पर विचार होगा। वहां भी रिक्ति नहीं होने पर तीसरे और इसी क्रम में दस विकल्पों पर विचार होगा। दो माह में इन प्रक्रिया को पूरा करने के बाद शिक्षकों को जिलों में भेज दिया जाएगा।
प्रक्रिया और पारदर्शिता
मंत्री ने कहा कि इसके लिए सॉफ्टवेयर तैयार हो चुका है और आगे की कार्रवाई चल रही है। यदि शिक्षक अपनी पोस्टिंग को लेकर संतुष्ट नहीं होंगे या उनके अंदर कोई बात होगी तो वे जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बनी कमेटी के पास शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसके बाद प्रमंडलीय आयुक्त के पास अपनी बात रख सकते हैं। हमने मुख्यालय स्तर पर भी विभागीय सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बनायी है। सॉफ्टवेयर में यदि कोई गलती होगी तो सरकार उस कमी को दूर करेगी। इसके लिए वह हमेशा तैयार है।
विधायी संदर्भ
बखरी के विधायक सूर्यकांत पासवान ने तारांकित प्रश्न के माध्यम से शिक्षकों के तबादले का मामला उठाया था। मंत्री ने कहा कि यह अंतिम प्रक्रिया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार: इस साल लक्ष्य से अधिक 50 लाख युवाओं को नौकरी और रोजगार देंगे
पटना,ब्यूरो | 04 मार्च 2025
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि वर्ष 2020 में हम लोगों ने 10 लाख सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य रखा था, जिसे बाद में बढ़ाकर 12 लाख किया गया। वहीं, 10 लाख को रोजगार देने के लक्ष्य के विरुद्ध 24 लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध करा दिया गया है। इस साल लक्ष्य से अधिक 50 लाख युवाओं को नौकरी और रोजगार दे देंगे। इनमें 12 लाख सरकारी नौकरी और 38 लाख को रोजगार शामिल है। अब तक 9.35 लाख को सरकारी नौकरी दे दी गयी है। मुख्यमंत्री मंगलवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर हुए दो-विवाद के बाद सरकार का उत्तर दे रहे थे।
विकास और उपलब्धियां
मुख्यमंत्री ने वर्ष 2005 से अब तक के विभिन्न क्षेत्रों में किए गए कार्यों को विस्तार से सदन में रखा। उन्होंने कहा कि 2005 के पहले राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति भी खराब थी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सुविधाओं का अभाव होने के कारण एक महीने में 39 मरीज ही औसतन आते थे। हमने अस्पतालों में मुफ्त दवाओं का वितरण शुरू किया। चिकित्सक नियमित रूप से अस्पताल में बैठने लगे, बेहतर इलाज होने लगा। इसका परिणाम हुआ कि अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हर माह 11 हजार मरीज इलाज कराने आते हैं।
सड़कों की स्थिति बदतर थी। हम लोग सांसद-विधायक थे तो क्षेत्र में सड़क की कमी के कारण पैदल ही अधिक चला करते थे। हम लोगों ने राज्य में सड़कों और पुल-पुलियों के निर्माण पर शुरू से ध्यान दिया। राज्य के किसी भी जिले से पटना अधिकतम छह घंटे में पहुंचने का लक्ष्य रखकर काम किया और इसे हासिल कर लिया गया। इसके बाद हम लोगों ने छह घंटे के लक्ष्य को पांच घंटे का किया। पुलों, एलिवेटेड सड़कों और बाईपास का निर्माण कराया गया। यह लक्ष्य भी जल्द पूरा होगा। इसके बाद अब अधिकतम चार घंटे में सुदूर क्षेत्र से पटना पहुंचने के लक्ष्य पर काम होगा।
सामाजिक सुधार
पहले हिन्दू-मुस्लिम का झगड़ा होता रहता था। तब की सरकार मुस्लिमों का वोट ले लेती थी, पर उनके लिए कोई काम नहीं करती थी। हम लोगों ने यह झगड़ा खत्म कराया। पहले चरण में ही आठ हजार कब्रिस्तानों की घेराबंदी करायी। महिलाओं को सम्मान और अधिकार दिलाने के लिए वर्ष 2006 में ही ग्राम पंचायतों और 2007 में नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया। 2016 में सात निश्चय के तहत सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया। बड़ी संख्या में जीविका दीदियां बनीं हैं, जो आत्मनिर्भर बन रही हैं।
छूटे शिक्षकों की काउंसिलिंग 18 से 26 मार्च तक
पटना | 04 मार्च 2025
बीपीएससी से चयनित शिक्षकों, प्रधान शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों व सक्षमता परीक्षा-2 उत्तीर्ण शिक्षकों की काउंसिलिंग 18 से 26 मार्च तक होगी। ये सभी वैसे शिक्षक हैं जो जिनकी काउंसिलिंग अधूरी रह गयी है या वे अनुपस्थित रहे थे। 1347 प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापकों की काउंसिलिंग 18 मार्च को होगी। बीपीएससी से तीसरे चरण में चयनित कक्षा एक से पांच और छह से आठ के 7818 शिक्षकों की काउंसिलिंग 19, 9वीं-10वीं व 11वीं-12वीं के 3750 शिक्षकों की काउंसिलिंग 20 को होगी। सक्षमता परीक्षा-2 उत्तीर्ण 7115 शिक्षकों की काउंसिलिंग 26 को जिलों में होगी।