deooffice.com विशेष रिपोर्ट
शिक्षक के विवादित बयान पर बवाल, वीडियो वायरल होते ही प्रशासन सतर्क
उदाकिशुनगंज (मधेपुरा)
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए पर्यटकों को श्रद्धांजलि देने हेतु शुक्रवार शाम को चौसा प्रखंड में एक कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ कुछ सरकारी शिक्षक और किसान सलाहकार भी शामिल हुए। लेकिन श्रद्धांजलि के इस पवित्र माहौल में एक शिक्षक द्वारा मजहब के आधार पर खरीदारी की अपील करते हुए दिया गया बयान अब विवाद का कारण बन गया है।
इस बयान का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेज़ी से प्रसारित हो गया, जिससे पूरे इलाके में तनाव का माहौल बन गया। एक वर्ग ने शिक्षक की टिप्पणी को आपत्तिजनक करार देते हुए इसकी शिकायत शिक्षा विभाग और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों से की।
प्रशासन की सक्रियता, वीडियो हटवाया गया
प्रशासन ने इस वीडियो को भ्रामक और साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला मानते हुए गंभीरता से संज्ञान लिया और कई व्हाट्सएप समूहों से उक्त वीडियो को डिलीट करवा दिया।
हालांकि शिक्षक समुदाय का कहना है कि आतंकी हमले के विरोध में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होना कोई अपराध नहीं है। एक शिक्षक ने कहा, “हम भी इस देश के नागरिक हैं। आतंकी घटनाओं के विरोध में हिस्सा लेना हमारा संवैधानिक अधिकार है। कुछ लोग इसे बेवजह तूल दे रहे हैं।”
इधर, बीईओ नरेंद्र झा ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आ चुका है और वरीय अधिकारी स्वयं इसकी जांच कर रहे हैं। जैसे ही दिशा-निर्देश प्राप्त होंगे, आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सरकारी स्कूलों में बच्चों को सिखाई जाएगी तैराकी, नदियों व तालाबों का भी होगा उपयोग
संवाददाता, पटना
राज्य सरकार अब सरकारी स्कूलों के बच्चों को आपदा से बचाव के लिए और अधिक सक्षम बनाने जा रही है। इसके तहत कक्षा 8 से 12 तक के छात्रों को तैराकी की विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। यह प्रशिक्षण मुख्यमंत्री सुरक्षा कार्यक्रम के तहत दिया जाएगा, जिससे बच्चे प्राकृतिक आपदाओं—विशेषकर बाढ़ के समय—में आत्मरक्षा कर सकें और दूसरों की भी मदद कर सकें।
प्रशिक्षण की रूपरेखा
बिहार शिक्षा परियोजना परिषद और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा संयुक्त रूप से यह प्रशिक्षण अभियान चलाया जाएगा। शहरी क्षेत्रों में स्कूल परिसरों में स्वीमिंग पूल बनाए जाएंगे। जहां पर्याप्त जगह नहीं होगी, वहां प्रखंड स्तर पर खाली पड़ी सरकारी जमीन का उपयोग कर स्वीमिंग पूल तैयार होंगे।
गांवों में मौजूद तालाबों और नदियों को भी प्रशिक्षण स्थल के रूप में उपयोग में लाया जाएगा। मास्टर ट्रेनर स्थानीय जल स्रोतों में जाकर बच्चों को तैराकी सिखाएंगे।
आपदा प्रबंधन की तैयारी भी साथ-साथ
केवल तैराकी ही नहीं, बल्कि भूकंप से बचाव के लिए भी बच्चों को हर शनिवार ‘सुरक्षित शनिवार’ अभियान के तहत विशेष सत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। मॉक ड्रिल्स भी आयोजित की जाएंगी, जिससे बच्चों में आपदा के समय सतर्कता व सजगता का विकास हो।
जल संरक्षण पर जोर, स्कूलों में होगा ‘जल पखवाड़ा’ का आयोजन
संवाददाता, पटना
बिहार सरकार अब जल संकट की गंभीरता को देखते हुए स्कूली बच्चों में जागरूकता फैलाने के लिए ‘जल पखवाड़ा’ कार्यक्रम का आयोजन करेगी। इस अभियान में वर्षा जल संचयन, नदियों की गणना, जल स्रोतों की जियो टैगिंग जैसी गतिविधियों को शामिल किया गया है।
हर दिन शपथ, हर सप्ताह कार्यशाला
इस पखवाड़ा के दौरान बच्चों को प्रतिदिन जल संरक्षण की शपथ दिलाई जाएगी। स्कूलों में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों की संयुक्त गोष्ठी आयोजित कर उन्हें जल बचाने के महत्व की जानकारी दी जाएगी।
प्रतियोगिताओं के माध्यम से जागरूकता
संकुल, प्रखंड और जिला स्तर पर जल संरक्षण पर आधारित निबंध, चित्रकला और क्विज प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले बच्चों को जिला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।
बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि जल पखवाड़ा के दौरान आयोजित सभी गतिविधियों की तस्वीरें स्कूल वेबसाइट पर साझा करें।
बिहार में मौसम का कहर, 26 जिलों में रेड अलर्ट जारी
संवाददाता, पटना
बिहार में मौसम का मिज़ाज पूरी तरह बदल चुका है। बंगाल की खाड़ी में बने उच्च दबाव के क्षेत्र और राज्य के ऊपर सक्रिय टफ लाइन के कारण अगले कुछ दिन बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं। मौसम विभाग ने राज्य के 26 जिलों में रेड अलर्ट और दो जिलों—पूर्णिया व सहरसा—में येलो अलर्ट घोषित किया है।
ओलावृष्टि, वज्रपात और तेज़ हवाओं की चेतावनी
आपदा प्रबंधन विभाग ने संभावित ओलावृष्टि और वज्रपात को लेकर नागरिकों को सतर्क रहने की अपील की है। किसी भी आपात स्थिति में 1077 या 0612-229421 नंबर पर संपर्क करने को कहा गया है।
तापमान में भारी गिरावट की संभावना
अगले 72 घंटों में अधिकतम तापमान में 5 डिग्री और न्यूनतम तापमान में 4 डिग्री की गिरावट हो सकती है। मौसम विज्ञानी आशीष कुमार के अनुसार, भारी मात्रा में नमी बिहार की ओर बढ़ रही है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।
टीसी के नाम पर हो रही अवैध वसूली, बच्चों ने की शिकायत
संवाददाता, पटना
राज्य भर के स्कूलों में नामांकन के इस मौसम में स्थानांतरण प्रमाण पत्र (टीसी) के नाम पर बच्चों और अभिभावकों से अवैध वसूली की जा रही है।
शिक्षा विभाग के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पर फोन कर छात्रों ने खुद शिकायत दर्ज कराई है कि उनसे 100 से 400 रुपये तक की अवैध मांग की जा रही है। न रसीद दी जा रही है, न किसी प्रकार की पारदर्शिता बरती जा रही है।
तारीखवार दर्ज शिकायतें
- 17 अप्रैल: एक शिक्षक टीसी के लिए छात्रों से ₹100 वसूल रहे हैं।
- 19 अप्रैल: पहली कक्षा के नामांकन के लिए ₹200 मांगे जा रहे हैं।
- 25 अप्रैल: कक्षा 9 में नामांकन के लिए ₹400 लिए जा रहे हैं, रसीद नहीं दी जा रही।
पटना डीईओ संजय कुमार ने शिकायत के लिए विशेष ईमेल ID जारी की है –
deopatnaagainstcorruption@gmail.com
जिस पर कोई भी अभिभावक या छात्र शिकायत दर्ज कर सकता है। दोषी पाए जाने पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
हमारे टेलीग्राम से जुड़ें: Join our Telegram
हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें: Join our whatsapp channel
deooffice.com – आपके विश्वास का मंच
सच्चाई की आवाज़, शिक्षक और छात्र हित में समर्पित।