**राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) द्वारा बी.एड. धारकों के लिए डी.एल.एड. के अनुरूप छह महीने के ब्रिज कोर्स पर समिति की दूसरी बैठक: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में महत्वपूर्ण कदम**नई दिल्ली: राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए 16 जुलाई 2024 को बी.एड. धारकों के लिए डी.एल.एड. (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन) के अनुरूप छह महीने का ब्रिज कोर्स डिजाइन और विकसित करने के लिए गठित समिति की दूसरी बैठक आयोजित की। यह बैठक 8 अप्रैल 2024 को सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्णय के मद्देनजर आयोजित की गई थी, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने NCTE को एक उपयुक्त ब्रिज कोर्स तैयार करने के निर्देश दिए थे।### सुप्रीम कोर्ट का आदेश8 अप्रैल 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने MA Dy. No. 4303 of 2024 में एक महत्वपूर्ण निर्णय सुनाया था। इस निर्णय के तहत, सुप्रीम कोर्ट ने NCTE को निर्देश दिया कि वह बी.एड. धारकों के लिए छह महीने का एक ब्रिज कोर्स तैयार करें, जो डी.एल.एड. धारकों के समान हो। इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य बी.एड. धारकों को प्राथमिक शिक्षा के मानकों के अनुरूप बनाना और शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाना था।### समिति की बैठक16 जुलाई 2024 को आयोजित इस दूसरी बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। समिति के सदस्यों ने ब्रिज कोर्स के लिए उचित मानदंड और मानक विकसित करने के लिए अपने सुझाव प्रस्तुत किए। इस बैठक में विभिन्न विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और प्रशासनिक अधिकारियों ने हिस्सा लिया।### ब्रिज कोर्स की आवश्यकताब्रिज कोर्स का मुख्य उद्देश्य बी.एड. धारकों को डी.एल.एड. धारकों के अनुरूप ज्ञान और कौशल से लैस करना है। बी.एड. धारक, जो वर्तमान में प्राथमिक शिक्षक (PRT) के रूप में कार्यरत हैं, इस कोर्स के माध्यम से प्राथमिक शिक्षा में आवश्यक कौशल और ज्ञान प्राप्त करेंगे। इसके माध्यम से शिक्षकों को नई शैक्षणिक चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया जाएगा और उनकी पेशेवर दक्षता में वृद्धि होगी।### समिति के कार्यसमिति का मुख्य कार्य बी.एड. धारकों के लिए छह महीने के ब्रिज कोर्स के लिए उपयुक्त पाठ्यक्रम और शैक्षणिक मानकों को विकसित करना है। इसके लिए समिति ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिनमें पाठ्यक्रम की रूपरेखा तैयार करना, शिक्षण विधियों का चयन करना और मूल्यांकन प्रक्रिया को सुधारना शामिल है।### भविष्य की दिशाबैठक के दौरान, समिति ने भविष्य की दिशा पर भी चर्चा की। यह तय किया गया कि अगले कुछ महीनों में और भी कई बैठकें आयोजित की जाएंगी, जिसमें पाठ्यक्रम को अंतिम रूप देने और इसे लागू करने की योजना बनाई जाएगी। इसके अलावा, समिति ने यह भी निर्णय लिया कि विभिन्न शिक्षण संस्थानों के साथ सहयोग किया जाएगा ताकि ब्रिज कोर्स को व्यापक रूप से अपनाया जा सके।### शिक्षकों की प्रतिक्रियाबी.एड. धारकों ने भी इस पहल का स्वागत किया है। कई शिक्षकों ने कहा कि यह ब्रिज कोर्स उनके पेशेवर विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस कोर्स के माध्यम से वे अपने शिक्षण कौशल में सुधार कर पाएंगे और छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर सकेंगे। उन्होंने इसे शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम बताया जो शिक्षकों और छात्रों दोनों के लिए लाभदायक होगा।### समापनराष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) द्वारा आयोजित यह बैठक एक महत्वपूर्ण कदम है, जो बी.एड. धारकों की गुणवत्ता को सुधारने और उन्हें डी.एल.एड. धारकों के समान कौशल प्रदान करने के लिए उठाया गया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में की गई यह पहल न केवल शिक्षकों के लिए बल्कि पूरे शिक्षा प्रणाली के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है। भविष्य में इस ब्रिज कोर्स के लागू होने से बी.एड. धारकों की पेशेवर दक्षता में सुधार होगा और छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी।