फरवरी में जिला और राज्यस्तर पर होंगी खेल प्रतियोगिताएं
पटना, ब्यूरो रिपोर्ट
बिहार में स्कूली खेल प्रतिभाओं की पहचान और प्रोत्साहन के लिए व्यापक स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। राज्यभर के स्कूलों में यह प्रतियोगिता जनवरी से शुरू होगी, जिसका उद्देश्य खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का अवसर प्रदान करना है।
प्रमुख बिंदु:
स्कूल स्तर:
7 से 9 जनवरी के बीच खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।
प्रखंड स्तर:
20 से 23 जनवरी तक खेल आयोजन होंगे।
जिला स्तर:
4 से 7 फरवरी के बीच जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं होंगी।
राज्य स्तर:
10 से 14 फरवरी तक राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।
खेल सप्ताह: 2 से 9 जनवरी
बिहार के सरकारी स्कूलों में 2 से 9 जनवरी तक पढ़ाई स्थगित कर इसे खेल सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा। इस दौरान बच्चे विभिन्न खेल गतिविधियों में हिस्सा लेंगे। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविंद्रन शंकरण ने इस संबंध में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखा है।
खेल सप्ताह के निर्देश:
पठन-पाठन से संबंधित सभी कार्य इस दौरान स्थगित रहेंगे।
खेल गतिविधियों में स्कूल के प्राचार्य, सभी शिक्षक और कर्मी भाग लेंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों की प्रतिभा निखारने के लिए यह विशेष प्रयास किया गया है।
खेल विभाग का प्रशिक्षण अभियान:
प्रतियोगिताओं को सफल बनाने के लिए मास्टर ट्रेनरों द्वारा शारीरिक शिक्षकों और कंप्यूटर शिक्षकों को 26 से 28 दिसंबर तक विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण हर जिले में आयोजित होगा।
प्रतियोगिताओं में शामिल खेल विधाएं:
एथलेटिक्स: दौड़, लंबी कूद और क्रिकेट बॉल थ्रो।
टीम खेल: कबड्डी, फुटबॉल, और वॉलीबॉल।
खेल प्रतिभा खोज का बड़ा आयोजन:
राज्य के करीब 60 लाख छात्र-छात्राओं के इस प्रतियोगिता में भाग लेने की उम्मीद है। यह विश्व की सबसे बड़ी खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता मानी जा रही है। इसके साथ-साथ स्कूल से बाहर रहने वाले प्रतिभावान खिलाड़ियों को भी इस आयोजन में भाग लेने का अवसर मिलेगा।
पुरस्कार और प्रोत्साहन:
हर स्तर पर विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया जाएगा। जिला और राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन खेल विभाग और राज्य खेल प्राधिकरण द्वारा किया जाएगा।
निष्कर्ष:
खेल सप्ताह और प्रतियोगिताओं के माध्यम से राज्य के प्रतिभावान खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। खेलों के प्रति छात्रों की रुचि बढ़ाने और उनकी शारीरिक दक्षता को निखारने के लिए यह पहल महत्वपूर्ण है।