मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से कहा- बच्चों को अच्छे से पढ़ाएं
बिहार में सरकारी शिक्षकों की संख्या 5.80 लाख हुई
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य में सरकारी शिक्षकों की संख्या अब 5.80 लाख हो गई है। उन्होंने सभी शिक्षकों से बच्चों को अच्छे से पढ़ाने और उनके विकास पर ध्यान देने की अपील की। साथ ही, शिक्षा मंत्री को शिक्षण कार्य की निरंतर निगरानी करने के निर्देश दिए।
शनिवार को मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त विशिष्ट शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। उन्होंने शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए उनसे अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन करने का आग्रह किया।
सक्षमता परीक्षा में पास 59,028 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र
दूसरे चरण की सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण 59,028 विशिष्ट शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए, जिसमें शामिल हैं:
- 55,845 प्रारंभिक शिक्षक
- 2,532 माध्यमिक शिक्षक
- 651 उच्च माध्यमिक शिक्षक
मुख्यमंत्री ने नीलम कुमारी, रुस्तम अली, नीलू राय, अच्युत कुमार और दीपक कुमार तिवारी को सांकेतिक रूप से नियुक्ति पत्र प्रदान किया।
नियोजित शिक्षकों को मिले पांच अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि नियोजित शिक्षकों के लिए अलग से परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें उन्हें कुल पांच अवसर दिए गए हैं। पहले चरण में 1,87,818 और दूसरे चरण में 66,143 शिक्षक सफल हुए।
अब तक कुल 2,53,961 नियोजित शिक्षक सरकारी शिक्षक बन चुके हैं, जबकि 86,000 नियोजित शिक्षक अभी परीक्षा में उत्तीर्ण होने का इंतजार कर रहे हैं।
सरकारी शिक्षकों की कुल संख्या 5.80 लाख
मुख्यमंत्री ने बताया कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा से 2,17,272 शिक्षक और नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा से 2,53,961 शिक्षक सरकारी शिक्षक बने हैं।
इसके अलावा, 66,800 शिक्षक अभ्यर्थी और 42,918 हेडमास्टर परीक्षा पास कर चुके हैं, जिन्हें जल्द ही नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। इसके साथ ही, बिहार में सरकारी शिक्षकों की कुल संख्या 5,80,951 हो गई है।
एनसीईआरटी की किताबों से होगी पढ़ाई
सरकारी स्कूलों में कक्षा 6 से ऊपर की कक्षाओं में एनसीईआरटी आधारित किताबों से पढ़ाई होगी। इसके लिए SCERT ने आवश्यक बदलाव की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एनसीईआरटी की किताबें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए फायदेमंद होंगी। इसके अलावा, स्कूलों के पुस्तकालयों में भी एनसीईआरटी की किताबों का एक-एक सेट उपलब्ध कराया जाएगा।
शिक्षा मंत्री रखेंगे शिक्षण कार्य की निगरानी
मुख्यमंत्री ने सभी शिक्षकों से कहा कि वे बच्चों को मन लगाकर पढ़ाएं और उनकी शिक्षा में किसी प्रकार की बाधा न आने दें। साथ ही, उन्होंने शिक्षा मंत्री से शिक्षण कार्य पर निरंतर निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए।