*पटना, मुख्य संवाददाता।*
सोमवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में आयोजित शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने शिक्षकों की लेटलतीफी पर कड़ा रुख अपनाते हुए निर्देश दिया कि शिक्षक और कर्मी समय पर स्कूल आएं, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। बैठक में शिक्षा व्यवस्था से संबंधित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।
### स्कूल निर्माण कार्यों की समीक्षा
डीएम ने अतिरिक्त वर्ग का निर्माण, शौचालय का निर्माण और विद्यालय भवनों का निर्माण कार्य की समीक्षा की और 15 अगस्त तक सभी निर्माण कार्य पूरे करने का निर्देश दिया।
### शिक्षा सामग्री वितरण की समीक्षा
बैठक में एफएलएन (फाउंडेशन लिटरेसी एंड न्यूमरेसी) और एलईपी (लर्निंग इन्हेंसमेंट प्रोग्राम) के किट वितरण की समीक्षा की गई। इसमें पाया गया कि पहली से पांचवीं कक्षा के केवल 80% किट ही विद्यालय पहुंच पाए हैं, जिनमें से मात्र 52% छात्रों को ही किट मिल पाए हैं। डीएम ने डीईओ को तीन दिनों के भीतर शत-प्रतिशत बच्चों को किट वितरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
### कस्तूरबा विद्यालयों में सुधार
डीएम ने कस्तूरबा विद्यालयों में डिजिटल लर्निंग बोर्ड और ओपेन जिम की स्थापना में तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके अलावा, उच्च गुणवत्ता वाले बेंच और डेस्क की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने डीईओ को समय-समय पर कस्तूरबा विद्यालय की जांच करने का भी निर्देश दिया।
### विद्यार्थी-अभिभावक-शिक्षक संवाद पर जोर
डीएम ने छात्र-अभिभावक और शिक्षकों के बीच नियमित संवाद पर जोर देते हुए कहा कि यह शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए आवश्यक है। डीईओ संजय कुमार ने बैठक में एमडीएम (मध्याह्न भोजन योजना) की जानकारी भी डीएम को दी।
इस समीक्षा बैठक में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनसे स्कूलों की स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा रही है। डीएम का कड़ा रुख और सख्त निर्देश शिक्षकों और कर्मियों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि समय पर काम करना अनिवार्य है।